सुख व सफलता के साये में जीवन गुजारना हर किसी की चाहत होती है। लेकिन इनको पाने के लिए वक्त, साधन और कोशिशों में फर्क से ही कोई सफल तो कोई असफल हो जाता है। ऐसी सफलता के पीछे कुछ सूत्र होते हैं, जिनको समझना और जीवन में उतारना हर इंसान के लिए समान रूप से जरूरी हैं। ये अहम सूत्र है - बल, बुद्धि और विद्या। हिन्दू धर्मशास्त्रों में रुद्र अवतार श्री हनुमान इन तीनों की शक्तियों के स्वामी माने जाते हैं। उनकी उपासना, इन तीन शक्तियों के बूते कामयाबी की राह आसान बनाने की प्रेरणा देती है। सांसारिक जीवन में गृहस्थ, नौकरीपेशा, विद्यार्थी हो या प्रतियोगी, हर कोई हर स्थिति में सफलता या तरक्की पाने को बेताब रहता है। अगर आप भी ऐसी कामना रखते हैं तो यहां बताई जा रही श्री हनुमान को स्मरण करने की मात्र 2 पंक्तियों का हर रोज सुबह या किसी भी स्थिति में मन ही मन ध्यान करें। ये 2 पंक्तियां गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित श्री हनुमान चालीसा का प्रारंभिक दोहा है। जिनमें हनुमान से बल, बुद्धि और विद्या की कामना कर हर कलह के अंत की प्रार्थना की गई है। सुबह स्नान के बाद श्री हनुमान को सिंदूर, लाल फूल व गुड़-चने का प्रसाद चढ़ाकर गुग्गल धूप बत्ती से आरती करते हुए नीचे लिखा 2 पदों का दोहा शक्ति, बुद्धि व ज्ञान से सक्षमता की कामना से बोलें-
बुद्धिहीन तनु जानिकै सुमिरौ पवनकुमार।
बल-बुद्धि विद्या देहु मोहि हरहु क्लेश विकार !!
विशेष :- सात बार हनुमान चालीसा का पूर्ण पाठ करना हनुमान की प्रसन्नता से सभी दोष मिटाकर सुख-समृद्ध बनाने वाला माना गया है। हनुमान स्मरण के बाद प्रसाद अच्छे कामों के संकल्प के साथ ग्रहण करें।
कलयुग में बजरंग बलि को ऐसा देवता है माना जाता है जिनकी पूजा करने पर सबसे जल्दी मनोकामनाएं पूर्ण होती है, जो व्यक्ति बजरंग बलि की सही विधि विधान से पूजा कर उन्हें मनाने का प्रयास करता है तो वह बहुत कम समय में ही धनवान हो जाता है.
बजरंग बलि का यह छोटा सा प्रभावशाली एवं चमत्कारिक उपाय, अति शीघ्र बनाता है धनवान !!!
कलयुग में बजरंग बलि को ऐसा देवता है माना जाता है जिनकी पूजा करने पर सबसे जल्दी मनोकामनाएं पूर्ण होती है, जो व्यक्ति बजरंग बलि की सही विधि विधान से पूजा कर उन्हें मनाने का प्रयास करता है तो वह बहुत कम समय में ही धनवान हो जाता है.
बजरंग बलि का यह छोटा सा प्रभावशाली एवं चमत्कारिक उपाय, अति शीघ्र बनाता है धनवान !!!